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पशु चिकित्सा Pdf / Pashu Chikitsa PDF in Hindi

नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट में हम आपको Pashu Chikitsa PDF in Hindi देने जा रहे हैं, आप नीचे की लिंक से Pashu Chikitsa PDF in Hindi Download कर सकते हैं और यहां से Arogyanidhi PDF In Hindi कर सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

पुस्तक के बारे में 

 

 

 

यह रोग गरगटी, गलघोट, जहरबादू, डकहा तथा पसीजा नाम से भी प्रचलित है । यह मुख ओर कण्ठ का रोग है | मुख और, कण्ठ मे घाओं का होना ही इसका प्रधान कास है । कण्ठ और गल्ा-नाली के ऊपरी भाग के सब स्थान फूल जाते है। इस रोग के आक्रमण के साथ साथ ज्वर भी अपनी शक्ति उठा नहीं रखता। इस रोग के कारण रोगी के घूट भरने तथा ज्वांस मे कष्ट होता है । 

 

 

 

लक्षण

इस रोग के होते ही ज्वर के साथ साथ कान, कण्ठ, मुख इत्यादि सभी फूल जाते है। मुख से लार निकलने लगता है । नाक का भीतरी हिस्सा ओर आँखो के पलक लाल हो जाते हैं | ज्यो ज्यो रोग बढ़ता जाता है त्यो त्यो श्वॉस-कण्ठ कीः वृद्धि होती है। गले से घर घर शब्द होने लगता है। जीभ बाहर निकल पड़ती है तथा दुर्गन्‍्ध आने लगती है । इसमे काला- पन लिये घाव देख पड़ने लगते है। घाव पीव मरे और उभरे हुए नजर आने लगते है। श्वॉस बढ़ते बढ़ते बन्द हो जाती है तथा पशु की झुत्यु हो जाती है।

 

 

 

चिक्ित्सा

रोग होते ही जुलाब देना अति आवश्यक सममभना चाहिये जिस से कन्ठरोध तथा श्वॉस बन्द न हो | एक कान के पास से दूसरे कान के निकट तक गले के ऊपर और जबड़े के नोचे तपे हुए लोहे से दाग देवा चाहिये $। 4 दो इच्च के फासले पर ३,४ बार दागना लाभदायक होता है ।

 

 

अगर ओंब पड़ गया हो तो नीचे लिखी हुईं दवा पिलानी चाहिये | कूटी हुईं खरिया मिट्टी आघ छुटोक, कत्था सवा भर, सोठ सवा भर, अफीम आने भर. और शरसंब एक छटांक, सब्रो कदाय देने के बाद दो छुटांक देशी शरात्र, सॉड और काली मिं्च आधी आधी छुटाक एक साथ समिल्लांकर अवहय पिला देनी चाहिये ।

 

 

के एक साथ मिलाकर तीसी या सत्त, की लपसी में फेंटकर सबेरे शाम पिलाना चाहिये जब तक घाव अच्छा न हो ।
(१) (क )–६ भाग तीसी तेल । ( ख )–6 भाग मोम । इन दोनो के आग पर गलाकर एक भाग तेलचद्टा डालकर एक प्रकार का मलहम तैयार कर लेना चाहिये और यही मलहम रोगी पशु के लगाना चाहिये |

 

 

 

(२) जमसालगोटे का तेल पाव छटांक ओर तीसी का तेल आध पाव । इन दोनो के। एक सें मिलाकर, रोगी के जबड़े और गले पर माल्निश करने से अति उपकार होता है । (३ ) एक तोला फिटकरी, और थोड़ा सा शुद्ध इन दोनों से जल डालकर रोग पशु का मुख घोते रहने से उपकार होता है ।

 

 

 

 

Pashu Chikitsa PDF in Hindi Download

 

 

 

Pashu Chikitsa PDF in Hindi
यह पुस्तक नीचे की लिंक से Download करे।

 

 

 

पुस्तक का नाम Pashu Chikitsa PDF in Hindi
पुस्तक के लेखक रघु प्रसाद वर्मा 
भाषा हिंदी 
साइज 4.3 Mb 
पृष्ठ 146 
श्रेणी Health 
फॉर्मेट Pdf 

 

 

 

 

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