नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट में हम आपको Durga Saptashati Hawan Mantra Pdf देने जा रहे हैं, आप नीचे की लिंक से Durga Saptashati Hawan Mantra Pdf Download कर सकते हैं और आप यहां से Hawan Samagri Ki List Pdf कर सकते हैं।
Durga Saptashati Hawan Mantra Pdf Download
दुर्गा सप्तशती हवन मंत्र के बारे में
श्रीमद्भागवत गीता के तीसरे अध्याय के दसवे श्लोक में भगवान ने कहा है – परमपिता परमात्मा ब्रह्मा जी ने सृष्टि के आदिकाल में प्रजाओं को यज्ञो के साथ उत्पन्न कर कहा था कि यज्ञ के द्वारा ही सृष्टि का विस्तार करो क्योंकि यज्ञ ही आप सबकी सकल कामनाओ को देने वाला है।
अतः शरीर की उत्पत्ति के लिए स्त्री पुरुष संबंध, इसका सम्पूर्ण जीवनकाल, अंत्येष्टि कर्म आदि को उपनिषदों में अग्निहोत्र कर्म कहा गया है। हमारा श्वास जो चल रहा है एतदर्थ जो हम भोजन करते है, थकान दूर करने अथवा विश्रांति हेतु जो हम सोते है इत्यादि सकल क्रिया कलाप यज्ञ ही है।
अतः किसी भी अनुष्ठान को यज्ञ द्वारा ही पूर्णता प्रदान किया जाता है। नवरात्र भी एक अनुष्ठान है इसलिए इसकी भी पूर्णता के लिए अंत में यज्ञ यानी याग और होम किया जाता है। मीमांसा दर्शन में कहा गया है कि देवता को उद्देश्य कर अथवा लक्षित कर द्रव्य के त्यागने को योग कहते है और उस त्यक्त द्रव्य को उसी देवता के लिए अग्नि में प्रक्षेप करने को होम कहते है। अतः होम पर्यन्त कर्म का विधि को इस ग्रंथ में दर्शाया गया है।
दुर्गा सप्तशती हवन मंत्र को पूरा पढ़ने के लिए नीचे की लिंक पर क्लिक करे।


Note- इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी पीडीएफ बुक, पीडीएफ फ़ाइल से इस वेबसाइट के मालिक का कोई संबंध नहीं है और ना ही इसे हमारे सर्वर पर अपलोड किया गया है।
यह मात्र पाठको की सहायता के लिये इंटरनेट पर मौजूद ओपन सोर्स से लिया गया है। अगर किसी को इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी Pdf Books से कोई भी परेशानी हो तो हमें newsbyabhi247@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं, हम तुरंत ही उस पोस्ट को अपनी वेबसाइट से हटा देंगे।
मित्रों यह पोस्ट Durga Saptashati Hawan Mantra Pdf आपको कैसी लगी, कमेंट बॉक्स में जरूर बतायें और Durga Saptashati Hawan Mantra Pdf की तरह की पोस्ट के लिये इस ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें और इसे शेयर भी करें।